अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा (पंजी.)

।।।।।।।।।।।।। जय श्री परशुराम ।।।।।।।।।।।।।
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संगठन के सामान्य नियम
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1.पहला नियम – पहली बात नियम होता क्या है आमतौर पर संगठन नियम आधारित नहीं होते । संगठन का हर सदस्य हर पदाधिकारी नियमों की प्रक्रिया से आजाद है । सदस्यों से ही संगठन बनता है ना की संगठन किसी को कुछ बनाता है। सदस्यों के विचार सलाह और सुझाव ही संगठन के नियम होते हैं।
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2. दूसरा नियम – ABBM 258 संगठन से जुड़े हर सदस्य को संगठन के पद से सम्मानित किया जायेगा ।
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3.तीसरा नियम – संगठन के हर पदाधिकारी की भावना संगठन से जुड़ने वाले नये सदस्य और पदाधिकारी के लिए स्वागत भाव हो धन्यवाद और शुभकामनाएं देने के लिए बनी रहे।

सभी पदाधिकारियों को एक दूसरे पदाधिकारियों के लिए आपसी सम्मान को विशेष महत्व देना है ।

किसी भी तरह से कोई पदाधिकारी किसी को अपमानित तो बिल्कुल भी ना करे।
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4.चौथा नियम – संगठन सभी सदस्यों और पदाधिकारियों से संगठन के वाट्सएप ग्रुप्स पर निवेदन किया जाता है कि ब्राह्मण संगठन के वाट्सएप ग्रुप्स पर केवल ब्राह्मण समाज संबंधित मैसेज फोटो वीडियो ही पोस्ट करें ।

ना कि गुड मोर्निंग धार्मिक राजनीतिक और मोटीवेशनल ज्ञान वाली पोस्ट करें । खासतौर पर राजनीतिक पोस्ट ना करें । क्योंकि संगठन के सभी पदाधिकारी एक ही राजनीतिक विचारधारा से नहीं हैं यह सबका व्यक्तिगत मामला है परिवार के सभी सदस्य ही जरूरी नहीं है किसी एक राजनीतिक दल के समर्थक हों फिर संगठन के सभी पदाधिकारियों की राजनीतिक सोच एक जैसी कैसे हो सकती है।

रोजाना पूरा दिन इस तरह की फालतू पोस्ट के मना करने पर और इनसे जुड़ी वाद विवाद प्रतिक्रिया व्यक्त करने में ही खत्म हो जाता है। जो शोभनीय नहीं है।
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5. पांचवा नियम – उपरोक्त सभी नियम सिर्फ और सिर्फ सलाह हैं जिन्हें मानने के लिए कोई भी पदाधिकारी बाध्य नहीं है । ब्राह्मण आजाद है और आजाद रहेगा। नियमों का कोई चक्कर नहीं । जो चाहे संगठन के जुड़े ना जुड़े संगठन के साथ रहे ना रहे सबकी अपनी इच्छा पर निर्भर है।

बस ब्राह्मण हित ब्राह्मण ऐकता ब्राह्मण सम्मान ब्राह्मण सहयोग ही संगठन का पहला और आखिरी नियम है और रहेगा।
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