अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा (पंजी.)

।।।।।।।।।।।।। जय श्री परशुराम ।।।।।।।।।।।।।
______________
सामाजिक कार्य – संगठन की भूमिका
______________
1.ब्राह्मण हमेशा से समाज हित के लिए अग्रणी भूमिका में रहा है । वैसे भी ब्राह्मण प्रवृत्ति ना सिर्फ अपने ब्राह्मण समाज के लिए अपितु सर्व समाज हित के लिए काम करने की रही है जो समाज सेवा के लिए ही जीते हैं। ना केवल इंसान अपितु पक्षी और जानवरों के लिए भी दया भाव से सेवा करने में लगे रहते हैं।
______________
2. ब्राह्मण समाज सेवा के लिए ब्राह्मण शिक्षा क्षेत्र में धार्मिक क्षेत्र में विशेष महत्व के साथ समाज के लिए देश के लिए सराहनीय योगदान देते आ रहे हैं और आज भी दे रहे हैं और आगे भी देते रहेंगे ।
______________
3.देशभर में अनेकों ब्राह्मण समाज के ब्राह्मण गौरव ब्राह्मण रत्न विप्र जन तरह तरह के सामाजिक कार्य कर रहे हैं । जिनके बारे में आम ब्राह्मण तो क्या ब्राह्मण संगठन तक भी नहीं जानते ना ही जानने की कोशिश करते हैं । ब्राह्मण संगठन आमतौर पर ऐकता पर आधारित एक सूत्रीय विषय में ही अटके रह जाते हैं । ब्राह्मण संगठनों ने अपने ब्राह्मण रत्नों की लिस्ट बनाने की प्रक्रिया को बनाने के लिए काम नहीं किया है । जो करना जरूरी बनता है।
______________
4. ABBM 258 संगठन का लक्ष्य उन ब्राह्मण रत्नों को समाज में सम्मान दिलाने के लिए समाज के सामने उनके नाम विशेष तौर पर बताने के लिए किया जायेगा जिन्होंने ब्राह्मण समाज के लिए अपना तन मन धन लगा दिया है लगाते रहे हैं लगा रहे हैं ।
______________
5. संगठन नाम ही अपने आप में एकता और समाज सेवा ही है । ABBM 258 की प्राथमिकता ऐकता से भी प्रथम समाज सेवा है रही है और हमेशा रहेगी ।

ब्राह्मण हित समाज हित देश हित ही संगठन का सर्वोपरि उद्देश्य है रहा है और सदैव रहेगा ।

ब्राह्मण तो क्या हर इंसान की इंसानियत का मूल समाज सेवा में ही है। जो सिर्फ अपने लिए जीते हैं वे ब्राह्मण तो क्या सही मायने में इंसान भी नहीं है ।
______________
।।।।।।।।।।।।। जय श्री परशुराम ।।।।।।।।।।।।।